रांची — राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु 31 जुलाई से 1 अगस्त तक झारखंड के तीन प्रमुख शहरों—देवघर, रांची और धनबाद—का दो दिवसीय दौरा करेंगी। इस दौरान वे देवघर एम्स के पहले दीक्षांत समारोह व आईआईटी (ISM) धनबाद में आयोजित दीक्षांत समारोह में सम्मिलित होंगी।
तैयारी और सुरक्षा उपाय
- मंगलवार को मुख्य सचिव अलका तिवारी की अध्यक्षता में उच्च स्तरीय समीक्षा बैठक हुई, जिसमें अधिकारियों को हर छोटी‑बड़ी व्यवस्था समय पर सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए।
- सावन महीने के दौरान देवघर में भारी भीड़ की आशंका को ध्यान में रखते हुए, राष्ट्रपति के एयरपोर्ट‑एम्स मार्ग के लिए अलग वैकल्पिक मार्ग तय किया गया, ताकि काँवरियों के मार्ग में व्यवधान न हो।
- आयोजन स्थल, एयरपोर्ट पर रेड कार्पेट, बुके स्वागत, पब्लिक एड्रेस सिस्टम, आउट‑राइडर, फोटोग्राफरों हेतु ओपन जीप, बेग वैन व्यवस्था, छाता, आगनिशमन, पेयजल, स्वास्थ्य और शौचालय जैसी बेसिक सुविधाओं पर विशेष ध्यान दिया गया।
- देवघर एम्स में 31 जुलाई की दीक्षांत कार्यक्रम की तैयारियों में डॉक्टरों की छुट्टियाँ रद्द कर दी गईं और मेडिकल छात्रों का वैकेशन भी कैंसिल किया गया; परिसर फूलों से सजाया जाएगा और पारंपरिक संताली नृत्यों के साथ स्वागत किया जाएगा।
दौरे का कार्यक्रम
तिथि | कार्यक्रम |
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31 जुलाई | देवघर एम्स के प्रथम दीक्षांत समारोह में शामिल होंगी। |
1 अगस्त | धनबाद में IIT‑ISM के दीक्षांत समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में भाग लेंगी। |
दौरे का महत्व
यह यात्रा सिर्फ दो विशिष्ट कार्यक्रमों का ही नहीं, बल्कि सावन के तीर्थयात्रियों के बीच राष्ट्रपति के आगमन को सु‑संगठित और सहज बनाए जाने की कोशिश का भी प्रतीक है। आयोजन स्थल, सुरक्षा और प्रशासनिक तैयारी का व्यापक स्तर पर पुनरावलोकन यह दर्शाता है कि राज्य इसे कैसे यादगार, बाधा‑मुक्त व शानदार बनाना चाहता है |
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